अष्टांग नमस्कार sentence in Hindi
pronunciation: [ asetaanega nemsekaar ]
Examples
- इसे अष्टांग नमस्कार के नाम से जाना जाता है.
- अष्टांग नमस्कार मुद्रा में शरीर के आठ अंग ज़मीन का स्पर्श करते हैं अत:
- 6. अष्टांग नमस्कार-शरीर के आठ अंग को जमीन से स्पर्श करना है ।
- फ्रोजन शोल्डर की समस्या से ग्रस्त लोग पर्वतासन, अष्टांग नमस्कार तथा भुजंगासन का अभ्यास न करें।
- हाथ, पैर, घूटने, छाती, मस्तक, मन, वचन, और दृष्टि इन आठ अंगों से किया हुआ प्रणाम अष्टांग नमस्कार कहा जाता है ।
- छठवीं अवस्था अष्टांग नमस्कार: इस अवस्था में नीचे जमीन पर इस प्रकार लेटें कि शरीर के आठ अंग जमीन को स्पर्श करें।
- हाथ, पैर, घुटने, छाती, मस्तक, मन, वचन, और दृष्टि इन आठ अंगों से किया हुआ प्रणाम अष्टांग नमस्कार कहा जाता है ।
- इस आसन में शरीर के आठ अंग ज़मीन का स्पर्श करते हैं अत: इसे अष्टांग नमस्कार आसन कहते हैं.इस आसन में ज़मीन का स्पर्श करने वाले अंग ठोढ़ी, छाती, दोनो हाथ, दोनों घुटने और पैर हैं.आसन के क्रम में इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि पेट ज़मीन का स्पर्श नहीं करे.अष्टांग आसन मुद्रा में टेबल मुद्रा, श्वान मुद्रा और सर्प मुद्रा इन तीनों आसनो का अभ्यास होता है.आसन के क्रम में अपने घुटनों के नीचे कम्बल अथवा तौलिया मोड़कर कर रखलें इससे घुटने आरामदायक स्थिति में बने रहेंगे.
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